कम अंकों से बंद नहीं हुए पढ़ाई के रास्ते

10वीं और 12वीं में कम अंकों के कारण आगे की कक्षाओं में प्रवेश नहीं होने से परेशान छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है। ऐसे छात्रों के प्रवेश के सारे रास्ते बंद नहीं हुए हैं। सरकार द्वारा पॉलीटेक्निक में न्यूनतम अंकों में छूट देने से हजारों छात्र रोजगारपरक कोर्सो में करियर की राह तलाश सकते हैं। मेरठ में 10वीं में करीब चार हजार और इंटर में तीन हजार छात्र ऐसे हैं जिनके कम नंबर हैं। हाईस्कूल में थर्ड डविीजन पाने वाले छात्रों को इंटर में अच्छे कॉलेज या कोर्स में प्रवेश नहीं मिल पाया। ऐसा ही हाल इंटर का है। 45-50 फीसदी नंबर पाने वाले हजारों छात्र हैं, लेकिन विवि की कटऑफ 72 फीसदी के पार है। अब पॉलीटेक्निक के विभिन्न कोर्स में न्यूनतम अंक सीमा घटने से ऐसे छात्रों के लिए कॅरियर का रास्ता खुल गया है। शासन ने पॉलीटेक्निक में हाईस्कूल में 35 फीसदी, इंटर में 50 फीसदी वाले छात्रों को सीधे प्रवेश की अनुमति दे दी है। इससे तमाम छात्रों को करियर की नई राह मिल जाएगी। कम अंकों के बावजूद यहां खुले हैं रास्तेडिप्लोमा इन इंजीनियरिंग/टेक्नोलॉजी और डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में 10वीं में 35 फीसदी अंक पाने वाले छात्र प्रवेश पा सकेंगे। तीन वर्षीय इन दोनों कोर्स में एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में 10वीं में कृषि विषय होना जरूरी है। तीन वर्षीय डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग एंड गारमेंट टेक्नोलॉजी, डिप्लोमा इन टेक्सटाइल डिजाइन, डिप्लोमा इन टेक्सटाइल डिजाइन (प्रिंटिंग) तथा दो वर्षीय डिप्लोमा इन होमसाइंस में 10वीं में 35 फीसदी अंक पर भी प्रवेश संभव है। जो छात्र इंटर में पास हैं और उनके पास हिंदी, अंग्रेजी विषय रहे हैं तो वे दो वर्षीय डिप्लोमा इन मॉर्डन ऑफिस मैनेजमेंट एंड सेकेट्र्रियल प्रैक्टिस में प्रवेश पा सकते हैं। इंटर पास छात्र दो वर्षीय डिप्लोमा इन लाइब्रेरी एंड इनफॉरमेशन साइंस में कॅरियर बना सकते हैं। विज्ञान विषय में न्यूनतम 50 फीसदी (एससी-एसटी को 45 फीसदी) से पास छात्र दो वर्षीय डिप्लोमा इन फॉर्मेसी में प्रवेश पा सकते हैं। सामान्य श्रेणी में 50 फीसदी, जबकि एससी-एसटी में 45 फीसदी से इंटर पास छात्र तीन साल के डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी में भी प्रवेश पा सकते हैं। इसी तरह भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित में 50 फीसदी अंकों से इंटर पास छात्र तीन साल के डिप्लोमा इन एयरक्राफ्ट मेंटीनेंस इंजीनियरिंग में जा सकते हैं। बीटेक में भी खुला है रास्ताइंटर में कम अंक वाले छात्रों के लिए बीटेक में भी रास्ते हैं। बीटेक में सीधे प्रवेश के लिए इंटर में 50 फीसदी अंक जरूरी हैं। छात्र अच्छे कॉलेज चुनते हुए कॅरियर की राह तलाश सकते हैं। वेबसाइट पर जानें कोर्स छात्र, कौन सा कोर्स किस कॉलेज में है इसका ब्योरा इस वेबसाइट पर देख सकते हैं। इस वेबसाइट पर संबंधित कॉलेज की इंटेक और वहां वैध कोर्स की सूची देखी जा सकती है।

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